अपने Web पेज को mobile friendly कैसे बनाए

अपने Web पेज को mobile friendly कैसे बनाए

मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट / वेब पेज क्या होता है ?

मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट एक ऐसी वेबसाइट होती है जो मोबाइल डिवाइसों पर सही तरीके से दिखाई देती है। यह वेबसाइट मोबाइल डिवाइसों के लिए अनुकूलित होती है, जिससे यूज़र्स को सही तरीके से देखने और इंटरेक्ट करने में आसानी होती है। इसके लिए वेबसाइट में उपयोगकर्ता अनुभव को ध्यान में रखते हुए वेबसाइट का डिज़ाइन, स्क्रीन साइज़ और सामग्री को उचित तरीके से अनुकूलित किया जाता है। इसके लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जिनमें रेस्पोंसिव डिज़ाइन, मोबाइल फ्रेंडली टेक्स्ट, ऑटो-फ़िट स्क्रीन, आसान नेविगेशन और बटन आदि शामिल होते हैं।

आजकल, जब सभी लोग अपने मोबाइल फोन का उपयोग वेब पेजों तक पहुंचने के लिए करते हैं, एक मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट का होना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप अपनी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं:


रिस्पॉन्सिव डिजाइन का उपयोग करें: एक रिस्पॉन्सिव वेबसाइट उन वेबसाइटों में से एक है जो कि स्वतः उन डिवाइसों को समर्थित करती है जो आपकी वेबसाइट को उपयोग करना चाहते हैं। इसका मतलब है कि आपकी वेबसाइट को स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप या डेस्कटॉप जैसे सभी डिवाइसों पर सही तरीके से दिखाई देना चाहिए।

सरल डिजाइन का उपयोग करें: आपकी वेबसाइट का डिजाइन सरल होना चाहिए ताकि इसे मोबाइल फोन पर आसानी से समझा जा सके। इसके लिए, आप आकर्षक फोंट, जगह-बचाने वाली लेआउट और आसान नेविगेशन जैसी चीजों का उपयोग कर सकते हैं।

कम्प्रेशन का उपयोग करें: अपनी वेबसाइट के लिए उच्च रेज़ोल्यूशन फोटो और वीडियो का उपयोग करने से बचें, क्योंकि इससे पेज के लोडिंग समय में बढ़ोतरी होती है। आप फोटो और वीडियो को कम्प्रेस कर सकते हैं ताकि उन्हें तेजी से लोड किया जा सके।

मोबाइल फोन और टैबलेट के लिए बटन का उपयोग करें: आप अपनी वेबसाइट में बटन का उपयोग करके इसे मोबाइल फोन और टैबलेट पर अधिक उपयोगी बना सकते हैं। ये बटन आपके विवरण फ़ॉर्म, अन्य वेबसाइट पृष्ठों पर जाने और सोशल मीडिया पेजों के संपर्क लिंक जैसे कई कार्यों को सरल बना सकते हैं।

आप अपनी वेबसाइट की जाँच करने के लिए विभिन्न मोबाइल फ्रेंडली टूल्स का उपयोग कर सकते हैं, जैसे Google’s Mobile-Friendly Test और BrowserStack जैसी साइट।

इन टूल्स का उपयोग करके आप अपनी वेबसाइट की सटीक जाँच कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी वेबसाइट क्या सही है और लोड होने में अधिक समय तो नहीं ले रहा है | 

मोबाइल फोन और टैबलेट के लिए स्क्रीन रेज़ॉल्यूशन को ध्यान में रखें: अपनी वेबसाइट को उचित स्क्रीन रेज़ॉल्यूशन में देखने के लिए सुनिश्चित करें। यह सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट के तस्वीरें, टेक्स्ट और बटन सही तरीके से दिखाई दे रहे हैं।

कंटेंट के  विवरण का उपयोग करें: अपनी वेबसाइट पर सामग्री का उचित उपयोग करें। सामग्री जैसे कि शीर्षक, विवरण, मेटा टैग और अन्य सामग्री मोबाइल फोन और टैबलेट के लिए सही तरीके से दिखाई देनी चाहिए।

मोबाइल फोन और टैबलेट के लिए नेविगेशन का उपयोग करें: आप अपनी वेबसाइट के लिए सही नेविगेशन बार का उपयोग कर सकते हैं जो मोबाइल फोन और टैबलेट के लिए अधिक उपयोगी हो। आप एक आसान और सरल नेविगेशन मेनू बना सकते हैं जो आपके उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट पर सही रास्ते तक ले जाएगा।

ये कुछ आसान उपाय हैं जो आपको अपनी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाने में मदद मिल सकता है | 

मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज के फायदे

मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज के कई फायदे होते हैं। कुछ महत्वपूर्ण फायदों की सूची निम्नलिखित है:

अधिक यूज़र अनुकूलित अनुभव: एक मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज उपयोगकर्ताओं को अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूलित अनुभव प्रदान करती है, जो उन्हें साइट का उपयोग करने में आसानी प्रदान करता है।

व्यापक दृश्यता: मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज के उपयोग से आप व्यापक दृश्यता को प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि लोग अधिकतर समय मोबाइल डिवाइस का उपयोग करते हुए वेबसाइटों को खोजते हैं।

त्वरित लोडिंग समय: मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज का उपयोग करने से आप अपनी साइट के लोडिंग समय को कम कर सकते हैं, जो वेबसाइट के उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक आकर्षक होता है।

उच्च साझा करने की क्षमता: एक मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज उपयोगकर्ताओं को आपकी साइट के साथ आसानी से साझा करने में मदद करती है, जो आपकी साइट के लिए अधिक ट्रैफ़ि

सामग्री का सही दर्शन: मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज उपयोगकर्ताओं को सही ढंग से साइट की सामग्री का दर्शन करने में मदद करती है, जिससे वे साइट पर आसानी से समझ सकते हैं।

अधिक संबंधित ट्रैफ़िक: अधिकतम यूज़र अनुकूलित अनुभव के कारण, मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज अधिक संबंधित ट्रैफ़िक को अपनी साइट पर आकर्षित करने में मदद करती है।

उच्च SEO रैंकिंग: गूगल और अन्य खोज इंजन्स मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज को उनकी खोज परिणामों में अधिक उच्च रैंक देते हैं। इसलिए, एक मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट बनाकर आप अपनी साइट को खोज इंजन में अधिक ऊपर ले जा सकते हैं।

इन सभी फायदों के साथ, मोबाइल फ्रेंडली वेब पेज एक उपयोगकर्ता के उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए बहुत आवश्यक हैं।

ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कराने के लिए 12 टिप्स और ट्रिक

SEO Writing : वेबसाइट को गूगल में रैंक कराने के लिए 12 टिप्स और ट्रिक

ब्लॉग लिखने से  पहले आपको यह समझना होगा  की जो आप लिखने वाले है बहुत से लोग ऐसा लिख चुके हैं और आगे भी बहुत से लोग इस विषय पर लिखेंगे तो फिर प्रश्न  यह है की मैं अपना ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखू की गूगल में रैंक कर जाए ?” अगर आपका प्रश्न यही है तो  आप बल्कुल सही जगह हैं |

नमस्कार मेरा नाम आनंद सिंह है और मैं पिछले 5 वर्षो से blogging कर रहा हूँ साथ ही साथ digital marketing में SEO राइटिंग मुझे बेहद पसंद हैं |

इस ब्लॉग में मैं 12 इसे टिप्स बताऊंगा जो 100% practical है और आपके वेबसाइट को निश्चित ही रैंक कराएगा |

1.सर्वप्रथम अपने ब्लॉग पोस्ट के लिए एक सही एवं सटीक Heading लिखे :

हेडिंग लिखने के लिए आप अपने आप को एक user समझे और सोचे की गूगल में क्या टाइप किया जाए जो मेरे ब्लॉग पोस्ट तक  गूगल पहुच सके क्यों की गूगल का crawler आपके  हेडिंग से ही आपके ब्लॉग का बारे में अनुमान लगता हैं यदि  आपका हेडिंग सहीं नहीं होगा तो आपके  ब्लॉग को गूगल crawler पढ़ नहीं  पाएगा जिसके कारण आपका ब्लॉग पोस्ट गूगल में इंडेक्स नहीं होगा और पोस्ट रैंक नहीं करेगा | यह एक कीवर्ड रिसर्च का विषय हो सकता हैं साथ ही साथ  आपको अपने ब्लॉग पोस्ट के अनुसार हैडिंग लिखना हैं जो आपके  ब्लॉग को सही – सही विवरण करें| 

आप सोचे की  गूगल crawler आपके ब्लॉग पोस्ट का  एक पाठक है जो आपके ब्लॉग पोस्ट को पढ़ रहा है  और वह आपके पोस्ट का h1 , h2 h3 टैग के माध्यम से संक्षिप्त विवरण इक्कठा कर रहा है | 

तो मतलब साफ़ है आपको एक ऐसा हेडिंग लिखना है जो ज्यादा से ज्यादा असरदार एवं सटीक हो ,अगर आप ऐसा हेडिंग लिखेंगे तो निश्चित ही आपका  ब्लॉग पोस्ट  गूगल सर्च रिजल्ट्स पेज (SERP) में रैंक करेगा ||

2: अपने ब्लॉग पोस्ट को गूगल के featured snippets के लिए ऑप्टिमाइज़ करे

जब कोई  गूगल में कुछ सर्च करता है तो featured snippets उसका  डायरेक्ट उत्तर देता है | जैसे की अगर मैं गूगल पर सर्च करू “ हिंदी में ब्लॉग कैसे लिखे “ तो मुझे सबसे ऊपर कुछ पंक्ति का उत्तर मिलेगा 

google featured snippets result

अगर आप चाहते हैं की आपका ब्लॉग पोस्ट के   featured snippets में दिखे तो आपको किसी प्रश्न के उत्तर  सटीक और संक्षेप रूप में लिखे |

अपने उत्तर लिखने के लिए बुलेट पॉइंट या नंबर का प्रयोग करे क्यों की गूगल के featured snippets में प्राय: लिस्ट या कुछ बुलेट पॉइंट को ही प्रदर्शित करता है |

अगर आप चाहते हैं  की आपका बुलेट पॉइंट गूगल snippets  में प्रदर्शित हो तो आपको अपने उत्तर को 58 शब्द से अधिक नहीं लिखना होगा 

3: अपना ब्लॉग इंसानों के लिए लिखे ना की सर्च इंजन के लिए

आपको अपने ब्लॉग लिखने से पूर्व अपने पाठको के बारे में सोचना चाहिए साथ ही साथ आपका ब्लॉग पोस्ट पढने में आसन और मजेदार होना चाहिए |

आपके ब्लॉग पोस्ट के शब्द ज्यादा कठिन नहीं होने चाहिए तथा पोस्ट के बीच -बीच में पाठको के उत्साह वर्धन करना चाहिए |ब्लॉग पोस्ट में कुछ भी ऐसा न लिखे जो उबाऊ और बिना काम का हो इस से पाठक आपके ब्लॉग पोस्ट को छोड़ के जा सकता है |

हेडिंग , सब – हेडिंग तथा लिए गए पिक्चर स्पष्ट एवं पाठक के आवश्यकता अनुसार होना चाहिए पर याद रहे ब्लॉग पोस्ट में पूरी जानकारी हो | इसके लिए आप कंटेंट राइटिंग SEO टूल का प्रयोग कर सकते हैं |

4 : कीवर्ड को अपने ब्लॉग पोस्ट के मेटा डिस्क्रिप्शन में जरुर जोड़े

क्या आप अपने कीवर्ड को meta  description में नहीं जोड़ते?, यदि आपका उत्तर हैं -”नहीं” तब  ज्यादा संभावना है की आपका ब्लॉग पोस्ट गूगल में रैंक नहीं  करेगा इसलिए आपको अपने कीवर्ड को मेंटा डिस्क्रिप्शन में अवश्य जोड़ना चाहिए | 

आइये हम जानते  हैं यह  क्यों आवश्यक है –

Note : इस ब्लॉग पोस्ट में  मैं कुछ भी ऐसा नहीं लिखा हूँ  जो केवल सर्च इंजन के दृष्टिकोण से हो बल्कि मैंने वह सब आइडिया लिखा है जिसका प्रयोग कर के मैं ब्लॉग राइटिंग से प्रति मान 2000$ तक कमाता हूँ आप भी इसे फॉलो करें निश्चित ही आपका ब्लॉग भी रैंक करेगा |

जैसा की हम अभी तक ये सीखे हैं की कैसे गूगल हेडिंग,सब हेडिंग,कीवर्ड और featured snippets के उपयोग से जुड़ता है अब हम मेटा डिस्क्रिप्शन  के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते जानेगे 

गूगल crawls के लिए मेटा डिस्क्रिप्शन एक महत्वपूर्ण तथ्य हैं  जिसके कारण आपका ब्लॉग पोस्ट गूगल सर्च में रैंकिंग करता है यह दो से तीन वाक्यों का लिखा होता है  जो प्राय: हेडिंग के विस्तार रूप होता है |

मेटा डिस्क्रिप्शन  लिखते समय निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर ध्यान दें :-

  • इसे छोटा लिखे 
  • दो या तीन कीवर्ड का उपयोग करें 
  • यह सटीक और उपयोगी हो 

  अगर आप wordpress वेबसाइट का उपयोग करते हैं तो yoast plugin के उपयोग से मेटा डिस्क्रिप्शन लिख सकते हैं 

5. अपने सभी ईमेज में alt tag अवश्य जोड़े

दि आप अपने ब्लॉग पोस्ट में कोई इमेज  जोड़ना चाहते है तो आपको alt tag जरुर लिखना पड़ेगा क्यों की alt tag गूगल को यह समझने में मदद करता है की आपने यह इमेज अपने ब्लॉग पोस्ट में क्यों जोड़ा है अगर आप इमेज का alt tag नहीं लिखेंगे  तो गूगल कंफ्यूज हो जाता है और पोस्ट को रैंक नहीं करता |इसलिए आपको alt tag लिखने का आदत डालनी चाहिए यह आपके पोस्ट को रैंक कराने में बहुत मदद करेगा | 

नोट :-alt tag रोमन फॉण्ट में ही लिखे |

यह कुछ इस प्रकार हो सकता है :

a business man attending a virtual events with enjoying tea

Alt tag : a business man attending a virtual events with enjoying tea

Hint:- Alt lag लिखने के लिए  आपको इमेज को ध्यान से देखना होगा और उस से जुडी सभी जानकरी शब्दों में लिखना होगा |कहते हैं न हर तसवीरें कुछ कहती हैं |

6. ब्लॉग पोस्ट लिखने से पूर्व कीवर्ड रिसर्च करें

लगभग 70000 सर्च क्वेरीज प्रति सेकंड गूगल द्वारा पूछे जाते हैं तो अगर आप चाहते हैं की किसी क्वेरीज(गूगल सर्च ) पर आपका भी वेबसाइट प्रदर्शित हो तो निश्चित ही आपको कीवर्ड रिसर्च करना होगा |

इसके लिए आप पेड और फ्री कीवर्ड रिसर्च टूल का उपयोग कर सकते हैं जैसे की Google Keyword Planner यह गूगल का फ्री कीवर्ड रिसर्च टूल , पेड़ टूल में Ubersuggest सबसे बेहतर और सस्ता है |

साथ ही साथ आप गूगल ट्रेंडस का भी उपयोग कर सकते हैं इसके प्रयोग से आप यह समझ सकते हैं की गूगल पर हाल फिलहाल में क्या चल रहा है और वहां से आप एक बढ़िया कीवर्ड प्राप्त कर सकते हैं |

कीवर्ड रिसर्च के  दौरान याद रहे की आपको अपने पाठको का भी ध्यान रखना हैं हो सकता है आपका कीवर्ड ट्रेंड में न हो किन्तु अपने  निस को न भूले और ज्यादा से ज्यादा अपने पाठको के ध्यान में रखते हुए कीवर्ड रिसर्च करें | 

7. अपने कीवर्ड में शालीनता रखें ना की रौब

आपके कीवर्ड पाठको के अनुरूप होना चाहिए न की रौबदार यह पूर्ण रूप से प्राकृतिक होना चाहिए कोई बनावटी नहीं क्यों की यह पाठको में संदेह पैदा करता है और आपको पाठक मजाक में ले सकता हैं | जैसे अगर आप एक SEO ब्लॉगर हैं,  “बस इतना कर लो गूगल में वेबसाइट रैंक होगा “  इस प्रकार के कीवर्ड से बचना चाहिए |इसके बजाय लिखे “ 12 ट्रिक जिनके उपयोग से आप अपने ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक करा सकते हैं “|

मतलब साफ है की आपको बिना वहज दावा नहीं ठोकना हैं आपको गंभीर और प्राकृतिक तरीके से अपनी बात कहनी हैं |याद रहे आप अपने  पाठको के मदद के लिए ब्लॉग लिख रहे हैं ना की गूगल सर्च इंजन के लिए |

8. अपने वेबसाइट को high-authority से जोड़े

अपने ब्लॉग पोस्ट को बाहरी वेबसाइट से अवश्य जोड़े , घबराइए नहीं इससे आपके वेबसाइट की रैंकिंग बढेगा ही |  प्रतिष्ठित वेबसाइटों से आपके ब्लॉग पोस्ट लिंक होने से उनका ज्ञान का विस्तार बढेगा और आपके प्रति विश्वास , साथ ही साथ सर्च इंजन को भी आपका शोध दिखेगा उसे यकीन होगा की आपने अपने पोस्ट के लिए शोध किया है  | 

प्रतिष्ठित वेबसाइटों के शोध समर्थित डाटा से पाठको का आपके प्रति विश्वास बढेगा और अन्य ब्लॉग पोस्ट पढने के लिए आपके वेबसाइट पर आएंगे और आपका गूगल रैंकिंग बढेगा |

9.सटीक ,सरल एवं विस्तृत जानकारी लिखे

आज के दौर में छोटे कंटेंट का बहुत ज्यादा मांग है फिर भी गूगल को लम्बे और विस्तृत जानकारी से भरा ब्लॉग पोस्ट ही पसंद हैं | 

आपके ब्लॉग पोस्ट की लम्बाई कम से कम 2000 वर्ड होना चाहिए | हालाँकि यह एक आदर्श लम्बाई है फिर भी आपको बड़ा और सम्पूर्ण जानकारी से भरा पोस्ट ही लिखना चाहिए | 

इस से आपका ज्ञान भी बढेगा और ब्लॉग पोस्ट की रैंकिंग |

10. किसी एक ब्लॉग पोस्ट को अन्य दुसरे ब्लॉग पोस्ट से आपस में जोड़े

आपस में एक दुसरे ब्लॉग पोस्ट को जोड़ने से एक बेहतर sitemap बनता है जो गूगल सर्च इंजन को आपके वेबसाइट रैंक कराने में मदद करता है  साथ ही साथ यह पाठको को भी जोड़े रखता हैं तथा उन्हें जरूरी की सभी जानकारी प्रदान होता हैं और आपका वेबसाइट और भी ज्यादा विश्वसनीय बनता है |

लिंक देने हेतु स्पैम टाइप के टेक्स्ट को प्रयोग नहीं करना चाहिए जैसे “click here “

इसके बदले में “ Download your seo guide”  का उपयोग करें |

11. इमेज का साइज़ कम से कम रखे ताकि आपके पेज का लोड स्पीड फ़ास्ट हो

गूगल  तेज गति से लोड होने वाले पेज को बहुत ही पसंद करता है और उसे रिवॉर्ड देता है इस से आपके पाठको का अनुभव भी बेहतर होता है | अगर आपके ब्लॉग पोस्ट पर बहुत से इमेज है और उनका साइज़ 100 kb से अधिक है तो यह आपके ब्लॉग के लिए बहुत बुरा है |इसे आप तुरंत कंप्रेस्ड करें |

ख़ुशी की बात यह है की  बहुत से इमेज कंप्रेस्ड टूल है जैसे  Squoosh.app , जिनके मदद से आप अपने इमेज के गुणवत्ता ख़राब किए बिना कंप्रेस्ड कर सकते हैं | fast loading speed आपके  ब्लॉग पोस्ट  के लिए बहुत आवश्य है | 

अगर आपको लग रहा है की आपके ब्लॉग पोस्ट का रैंकिंग इमेज के कारण निम्न स्तर का है तो आप 

Google’s PageSpeed साईट के मार्गदर्शन  से आप इसे सही कर सकते हैं 

12. link-building रणनीति अपनाएं

link-building आपके सर्च रैंकिंग के लिए अति महत्वपूर्ण तथ्य है |

एक दृश्य की कल्पना करे जिसमें गूगल आपके  एवं आपके साथ मुकाबला कर रहे वेबसाइट को प्रत्येक लिंक पर 1 पॉइंट प्रदान कर रहा है तो इस दौड़ में विजेता वही होगा जिसके पास लिंक का पॉइंट अधिक प्राप्त  होगा | बात साफ है जितना अधिक लिंक उतना अधिक पॉइंट |

धन्यवाद | अगर आपको इस पोस्ट से कोई लाभ हुआ तो इसे जरुर शेयर करे | SEO से जुड़े जानकरी के लिए हमें कमेंट करें |  

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