What Is Return on Investment (ROI) in Hindi

आरओआई का परिचय

व्यापार और निवेश में आरओआई (प्रतिपूर्ति पर निवेश) एक महत्वपूर्ण मापक है। यह निवेशकों को उनके निवेश के परिणामों को मापने और मूल्यांकन करने की अनुमति देता है। इसलिए, आरओआई की समझ महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए जो व्यापार करते हैं या निवेश करते हैं।

आरओआई (ROI )का मतलब और महत्व

आरओआई (प्रतिपूर्ति पर निवेश) एक वित्तीय मापक है जो निवेश के परिणामों को मापने और विश्लेषण करने में मदद करता है। यह एक प्रतिशत के रूप में प्रकट किया जाता है और आमतौर पर निवेश के लाभ और नुकसान की संख्या के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। आरओआई विश्लेषण के माध्यम से, निवेशक यह जान सकते हैं कि वे अपने निवेश से कितना लाभ कमा रहे हैं और क्या उनका निवेश उन्हें वापसी दे रहा है या नहीं।

आरओआई का महत्व विभिन्न कारणों से होता है। पहले यह निवेशकों को उनके निवेश के परिणामों को मापने में मदद करता है और उन्हें वापसी की जानकारी प्रदान करता है। इससे वे यह जान सकते हैं कि उनके निवेश का प्रदर्शन कैसा है और क्या वे अपने निवेश से अच्छे लाभ कमा रहे हैं या नहीं।

आरओआई (ROI ) की गणना कैसे की जाती है

आरओआई की गणना एक सरल प्रक्रिया है जिसमें आप निवेश का औसत वापसी की गणना करते हैं और उसे उपयुक्त रूप से अभिव्यक्त करते हैं। आप इसे निम्नलिखित सूत्र का पालन करके गणना कर सकते हैं:

आरओआई = (निवेश का लाभ – निवेश की लागत) / निवेश की लागत × 100

इस सूत्र के माध्यम से, आप अपने निवेश के आरओआई की गणना कर सकते हैं और उसे प्रतिशत के रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं। इससे आप अपने निवेश के प्रदर्शन को माप सकते हैं और यह जान सकते हैं कि आप अपने निवेश से कितना लाभ कमा रहे हैं।

आरओआई (ROI ) के महत्वपूर्ण उपयोग

आरओआई कई महत्वपूर्ण उपयोगों के लिए उपयोगी है। यह निवेशकों को निवेश के परिणामों को मापने और मूल्यांकन करने में मदद करता है। कुछ महत्वपूर्ण उपयोगों में शामिल हैं:

निवेश के प्रदर्शन का मूल्यांकन

आरओआई निवेशकों को उनके निवेश के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में मदद करता है। इससे वे यह जान सकते हैं कि उनके निवेश से कितना लाभ हुआ है और क्या वे अपने निवेश के माध्यम से अपेक्षित रिटर्न प्राप्त कर रहे हैं या नहीं।

निवेश फैसलों का विश्लेषण

आरओआई निवेशकों को निवेश फैसलों का विश्लेषण करने में मदद करता है। यह उन्हें यह जानने में सहायता करता है कि कौन से निवेश फैसले उन्हें अच्छे लाभ के साथ रिटर्न प्रदान कर सकते हैं और किन निवेश फैसलों से उन्हें नुकसान हो सकता है।

निवेशकों की निवेश सामरिक प्रवृत्ति का पता लगाना

आरओआई निवेशकों को उनकी निवेश सामरिक प्रवृत्ति का पता लगाने में मदद करता है। इससे वे यह जान सकते हैं कि उनका निवेश उन्हें कितने समय तक लाभदायक रहा है और क्या उनकी निवेश स्ट्रैटेजी सही है या कोई बदलाव की आवश्यकता है।

ROI कैलकुलेट कैसे किया जाता है –

दोस्तों- ROI कैलकुलेट करने के दो तरीके है –

पहला – ABSOLUTE RETURN और दूसरा कंपाउंड अनुअल ग्रोथ रेट रिटर्न

पूर्ण रिटर्न – ROI

ABSOLUTE RETURN ( पूर्ण रिटर्न – ROI )को साधारण लाभ की तरह से निकाला जाता है, जिसमे समय को महत्व नहीं दिया जाता है, सिर्फ निवेश से मिलने वाले लाभ को प्रतिशत के रुप में दिखा दिया जाता है,

और ABSOLUTE RETURN निकालने का फार्मूला है =

Ending Period Value / Starting Period Value – 1]*100

जैसे – मान लीजिए, मैंने एक घर 10 लाख रुपये में ख़रीदा और उसे 12 लाख रूपये में बेच दिया,

तो मुझे कितने प्रतिशत का लाभ हुआ?

ये जानने के लिए अगर हम ABSOLUTE RETURN निकालेंगे,तो इस सौदे का ABSOLUTE RETURN होगा = ( 12,00,000/10,00,000)-1)*100

= (1.2-1)*100

=.2*100=20%

ABSOLUTE RETURN के अनुसार 10 लाख रूपये के निवेश पर 20 % का लाभ, जो कि काफी अच्छा लगता है, क्योकि 20 % का profit बहुत अच्छा माना जाता है,

आरओआई (ROI ) के फायदे और नुकसान

आरओआई के उपयोग से कई फायदे हो सकते हैं, जैसे कि:

  • निवेशकों को उनके निवेश के परिणामों का स्पष्ट और मापनीय आंकड़ा प्राप्त होता है।
  • निवेशकों को उनके निवेश की प्रदर्शन सामरिकता का पता चलता है।
  • निवेशकों को उनके निवेश के लाभ और नुकसान की जानकारी होती है जो उन्हें सही निवेश फैसलों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती है।

वहीं, आरओआई के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जैसे कि:

  • आरओआई एकल मापक है और इसका ध्यान संकेतक केवल निवेश के आधार पर ही होता है। यह अन्य परिणाम जैसे कि सामान्य मार्केट परिस्थितियों, निवेशक की व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों और संभावित निवेश समय को ध्यान में नहीं लेता है।
  • आरओआई केवल निवेश के परिणामों का मापन करता है और अन्य महत्वपूर्ण मामलों को ध्यान में नहीं लेता है, जैसे कि निवेश की संभावित मुद्रास्फीति, निवेश के संभावित वृद्धि की दर, और अन्य वित्तीय निर्धारक।

निष्कर्ष

आरओआई निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण मापक है जो उन्हें उनके निवेश के परिणामों को मापने और मूल्यांकन करने में मदद करता है। यह उन्हें यह जानने में सहायता करता है कि क्या वे अपने निवेश से अच्छे लाभ कमा रहे हैं और क्या वे अपने निवेश के माध्यम से अपेक्षित रिटर्न प्राप्त कर रहे हैं या नहीं। इससे निवेशक अच्छी निवेश फैसलों का चयन कर सकते हैं और अपनी वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सही मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

बार -बार पूछे जाने वाला प्रश्न (FAQ)

आरओआई क्यों महत्वपूर्ण है?

आरओआई महत्वपूर्ण है क्योंकि यह निवेशकों को उनके निवेश के प्रदर्शन को मापने और मूल्यांकन करने में मदद करता है। इससे वे यह जान सकते हैं कि उनके निवेश से कितना लाभ हुआ है और क्या वे अपने निवेश के माध्यम से अपेक्षित रिटर्न प्राप्त कर रहे हैं या नहीं।

आरओआई का सही तरीके से उपयोग कैसे करें?

आरओआई का सही तरीके से उपयोग करने के लिए आपको अपने निवेश के लक्ष्यों को स्पष्ट करना होगा। आपको निवेश के प्रदर्शन को निर्धारित अंकों में मापने के लिए एक मानक आरओआई का चयन करना होगा। इसके अलावा, आपको निवेश के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखना होगा, जैसे कि संभावित मुद्रास्फीति, निवेश की संभावित वृद्धि दर, और अन्य निर्धारक।

आरओआई के नुकसान क्या हैं?

आरओआई के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जैसे कि यह केवल निवेश के परिणामों का मापन करता है और अन्य महत्वपूर्ण मामलों को ध्यान में नहीं लेता है। इसके अलावा, यह निवेशक की व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों और संभावित निवेश समय को नहीं ध्यान में लेता है।

क्या आरओआई केवल निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है?

हाँ, आरओआई निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें निवेश के परिणामों को समझने और मूल्यांकन करने में मदद करता है। इससे निवेशक अपने निवेश के लाभ और नुकसान को समझ सकते हैं और सही निवेश फैसलों को ले सकते हैं।

क्या आरओआई हर निवेश के लिए उपयोगी है?

हाँ, आरओआई हर निवेश के लिए उपयोगी हो सकता है। इसे निवेशक विभिन्न निवेशों के प्रदर्शन को मापने के लिए उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि स्टॉक बाजार, मुद्रा व्यापार, निवेशीय संपत्ति, आदि। यह निवेशकों को अपने निवेश के परिणामों को मूल्यांकन करने और संशोधित निवेश फैसलों को लेने में मदद करता है।

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